Punjab news: आतंकी नारायण सिंह चौरा ने कबूल किया, लखीमपुर खीरी में छिपाए हैं हथियार और विस्फोटक, पुलिस यूपी ले जाएगी
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Punjab news: कैलाश आतंकवाद और हत्या के मामलों में आरोपी, पंजाब पुलिस के लिए एक बड़ी सफलता प्राप्त करने वाले, नारायण सिंह चौरा ने अब तक के अपने सबसे बड़े खुलासे में यह स्वीकार किया है कि उसने लखीमपुर खीरी में कुछ हथियार और विस्फोटक छिपाए हैं। यह एक ऐसा बयान है, जो पंजाब पुलिस के लिए एक अहम दिशा में कदम बढ़ाने का अवसर प्रदान करता है। चौरा, जो कि 4 दिसंबर को पंजाब के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल पर श्री हरिमंदिर साहिब के बाहर हमला करने का आरोपी है, अब तक अपनी गिरफ्तारी से लेकर पूछताछ तक कई महत्वपूर्ण जानकारी दे चुका है।
लखीमपुर खीरी में छिपाए गए हथियार और विस्फोटक
पूछताछ के दौरान नारायण सिंह चौरा ने स्वीकार किया कि उसने लखीमपुर खीरी में कुछ विस्फोटक और हथियार छिपाए हैं। पुलिस अब इन हथियारों और विस्फोटकों को बरामद करने के लिए उसे उत्तर प्रदेश लेकर जाएगी। हालांकि, इस दौरान चौरा ने यह भी स्पष्ट किया कि उसने विदेशी पिस्तौल की आपूर्ति के स्रोत के बारे में कोई जानकारी नहीं दी है, जिसके साथ उसने सुखबीर सिंह बादल पर गोलीबारी की थी।
पुलिस इस मामले में पूरी गंभीरता से कार्यवाही कर रही है और चौरा से जुड़े अन्य मामलों को भी अपनी जांच में शामिल किया गया है। पुलिस का यह प्रयास इस खतरनाक आतंकवादी के खिलाफ पूरी तरह से कार्रवाई करने और उसकी पूरी साजिश को नाकाम करने का है।
चौरा का लंबा आपराधिक इतिहास
नारायण सिंह चौरा का आपराधिक इतिहास बहुत लंबा और घातक रहा है। उसकी उपस्थिति ने पंजाब में आतंकवाद और विध्वंसक गतिविधियों को बढ़ावा दिया है। चौरा के खिलाफ कुल 31 मामले चल रहे हैं, जिनमें हत्या, आतंकवादी गतिविधियों, विस्फोटक सामग्री की तस्करी, और अन्य गंभीर आरोप शामिल हैं। इन मामलों को लेकर पुलिस की विशेष टीम चौरा की गतिविधियों का और विस्तार से अनुसरण कर रही है ताकि उसकी पूरी साजिश को उजागर किया जा सके।
पुलिस रिमांड और पूछताछ की स्थिति
पुलिस ने रविवार को चौरा को अपनी रिमांड की अवधि समाप्त होने के बाद अदालत में पेश किया, जहां उसे तीन और दिनों की रिमांड दी गई। इस दौरान, पुलिस ने चौरा के दो बेटों को भी फिर से पूछताछ के लिए बुलाया था, ताकि और अधिक जानकारी प्राप्त की जा सके। हालांकि, उनकी पूछताछ अब तक पूरी नहीं हो पाई है। पुलिस को उम्मीद है कि चौरा के परिवार के सदस्यों से अधिक जानकारी मिल सकती है, जो उसकी आतंकवादी गतिविधियों के बारे में और ज्यादा जानकारी प्रदान कर सकती है।
4 दिसंबर का हमला और चौरा की गिरफ्तारी
4 दिसंबर को पंजाब के अमृतसर में श्री हरिमंदिर साहिब के बाहर एक बड़ी घटना घटी, जब चौरा ने पूर्व उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल पर गोलीबारी की थी। यह हमला बहुत ही योजनाबद्ध तरीके से किया गया था, लेकिन पंजाब पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए चौरा को मौके से ही गिरफ्तार कर लिया। इस हमले के बाद चौरा के खिलाफ हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया गया था। पुलिस की तत्परता और चौरा की गिरफ्तारी ने एक बड़ा आतंकवादी नेटवर्क बेनकाब किया और आतंकवादियों के खिलाफ पुलिस की सख्त कार्रवाई को दिखाया।
पुलिस की रणनीति और भविष्य की कार्रवाई
पुलिस अब चौरा की गिरफ्तारी के बाद उसे और अधिक जानकारी देने के लिए लगातार दबाव बना रही है। उसे लखीमपुर खीरी में छिपाए गए हथियारों और विस्फोटकों के बारे में और जानकारी देने के लिए पूछताछ की जा रही है। पुलिस का कहना है कि चौरा के बयान और सुरागों के आधार पर उसकी पूरी साजिश को नष्ट किया जाएगा, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके। पुलिस यह सुनिश्चित करना चाहती है कि इस मामले में कोई भी आरोपी बच न सके और उसे सख्त से सख्त सजा दिलवाई जाए।
आतंकी नेटवर्क का पर्दाफाश
चौरा की गिरफ्तारी ने पंजाब और आसपास के क्षेत्रों में आतंकवादी गतिविधियों के एक बड़े नेटवर्क का पर्दाफाश किया है। उसकी गिरफ्तारी के बाद पुलिस को कई और आतंकवादियों और उनके सहयोगियों के बारे में जानकारी मिल सकती है। पुलिस का उद्देश्य इस नेटवर्क को पूरी तरह से नष्ट करना और पंजाब में शांति और सुरक्षा सुनिश्चित करना है। चौरा के बयान से यह भी संभावना जताई जा रही है कि उसे किसी बड़े आतंकवादी संगठन का सहयोग प्राप्त था, और उसकी गतिविधियाँ एक अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी नेटवर्क का हिस्सा हो सकती हैं।
चौरा के बेटे और परिवार पर नजर
चौरा के बेटे और परिवार के अन्य सदस्य भी पुलिस की नजर में हैं, और उनसे पूछताछ की जा रही है। पुलिस को शक है कि वह भी किसी प्रकार की आतंकवादी गतिविधियों में शामिल हो सकते हैं, और उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जा सकती है। पुलिस इस मामले में पूरी गंभीरता से काम कर रही है ताकि किसी भी आरोपी को बचने का मौका न मिले।
नारायण सिंह चौरा की गिरफ्तारी और उसकी स्वीकारोक्ति ने पंजाब पुलिस के लिए एक बड़ी सफलता प्राप्त की है। अब पुलिस उसके द्वारा दिए गए सुरागों के आधार पर लखीमपुर खीरी में छिपाए गए हथियारों और विस्फोटकों को बरामद करने के लिए उत्तर प्रदेश की ओर रुख करेगी। चौरा का अपराधी इतिहास और उसकी आतंकवादी गतिविधियाँ एक बड़े खतरे का संकेत देती हैं, और पुलिस इस मामले में पूरी तरह से सख्त कदम उठाने का संकल्प ले चुकी है।